बंजर खेत से बना दिया लहलहाता खेत, पढ़िए उत्तराखंड की इस महिला की कहानी

दुनिया में कुछ भी मुश्किल नहीं है। और कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती। ये वाक्य आपने कई जगह और कई लोगों से सुने जरूर होंगे। इस मुहावरे को एक सत्य घटना में बदल देने वाले उमा महतो की कहानी आज हम आपको बताने जा रहे हैं। जिन्होंने एक ऐसा काम कर दिया है जिसके कारण पूरे देश में क्या, आज कल इनके चर्चे विदेशों में भी किए जा रहे हैं।
आइए जानते हैं क्या है पूरा मामला। दर असल लता कांडपाल अल्मोड़ा की रहने वाली हैं जो कि उत्तराखंड में है। अब वो एक ऐसी जगह है जहां आपको भरपूर मात्रा में बंजर जमीन मिल जाएगी। अब ऐसे में उनकी जमीन भी एक ऐसी एक जगह पर थी जो एक बंजर जमीन थी। कहने को इनके पास एक जमीन थी पर उस पर ये कुछ भी उगा पाने में कामयाब नहीं थी।
अब ऐसे में आप और हम हार मान लेते, पर इन्होंने हार नहीं मानी। और इन्होंने एक निर्णय लिया कि ये उस जमीन को उपजाऊ बनाएंगी। जी हां आपने बिलकुल सही सुना, इन्होंने एक निर्णय लिया कि ये उस जमीन को उपजाऊ बनाएंगी। वह जमीन जो बंजर है उसके बारे में ऐसा सोचना कि हम उसे उपजाऊ बनाएंगे।
पहली बार में तो ये किसी पागल के ही शब्द लगते हैं। पर इन्होंने सिर्फ ऐसा कहा नहीं बल्कि कर के दिखाया। और अपनी मेहनत और सालों की लगन के बदौलत आज के समय में इनकी जमीन उपजाऊ है और वो इस पर खूब खेती भी करती हैं।