इस महिला ने रच दिया इतिहास, बन गईं हैं ये भारत की पहली रेलवे गेटवूमेन

आज हम बात कर रहे हैं भारत से ताल्लुक रखने वाली सलमा बैग जी की जिन्होंने सालों के परिश्रम के बाद भारत की पहली रेलवे गेटवूमेन बनने के अपने घर वालों के सपने को साकार कर दिखाया है और उनकी इस सफलता से उनके घर वाले काफी गौरवांवित है और उनके शहर में हर जगह उल्लास का माहौल है और हर कोई उनकी ही बातें कर रहा है।
तो आइए चलिए जानते हैं उनकी सफलता की कहानी, की कैसे उन्होंने यहां तक का अपना सफर तय किया और आज भारत की पहली रेलवे गेटवूमेन बन गई हैं। वो एक साधारण परिवार से ताल्लुक रखती हैं, पर उनके सपने कभी साधारण नहीं रहे। और उनका और उनके घर वालों का शुरू से ही सपना था की उनका बेटा चेस ग्रैंडमास्टर बने और अपना और अपने घर वालों का नाम समाज में रौशन करे।
वो शुरुआत से ही एक होनहार महिला थी, तो उनके पिता ने भी उनकी पढ़ाई में किसी भी प्रकार की कोई कसर नहीं छोड़ी और हर बार हर एक चीज के लिए उनको सपोर्ट किया और उनके हर एक कदम में उनकी हौसला अफजाई की है और आज उनकी इसी मेहनत का नतीजा है कि वो आज विश्व के इतने बड़े पद पर विराजमान हो चुकी है।
उनका कहना है कि उनको हमेशा से विश्वास था कि वो ये कर सकते है और अगर उन्होंने पूरी मेहनत से अपना काम किया तो भारत की पहली रेलवे गेटवूमेन बनने के उनके सपने को पूरा होने से कोई रोक नहीं सकता। और आज आखिरकार उनकी मेहनत रंग ला चुकी है।