चिकित्सक का बेटा बना लाखों के लिए सफलता की मिसाल, अपने दम पर बन गया है सरकारी अधिकारी

आज हम बात कर रहे हैं उत्तर प्रदेश के रहने वाले हर्ष कुमार की। इन्होंने पीसीएस की परीक्षा में सफलता पा कर चकबंदी अधिकारी बनने का गौरव हासिल किया है। आज हम पढ़ेंगे उनकी सफलता की कहानी। आज हम जानेंगे की कैसे उन्होंने इसके लिए शुरुआत से तैयारी की। उनको यहां तक के अपने सफर में क्या क्या मुश्किल आई। और उन्होंने अपनी इन कठिनायों को कैसे पार किया, और आज के समय में इतनी कामयाबी हासिल की।
तो आइए चलिए जानते हैं उनकी सफलता की कहानी। उनकी कहानी शुरू होती है उनके घर उत्तर प्रदेश से जहां उन्होंने अपनी प्राथमिक शिक्षा ली। उनके जानने वाले बताते हैं कि वो बचपन से ही काफी होशियार थे। उनके अनुसार हर्ष अपनी कक्षा में शुरू से ही अव्वल आता था। और इस सब को देख कर उन सब को पता था कि हर्ष अपनी जिंदगी में जरूर कुछ बड़ा लक्ष्य हासिल करेगा।
और हुआ भी ठीक ऐसा ही, आज के समय में वो एक चकबंदी अधिकारी है। उन्होंने आगे बताया कि हर्ष को शुरू से ही काफी समझ थी। उसे पता था कि उसे अपनी जिंदगी में कुछ बड़ा करना है, और इसके लिए वह पूरी मेहनत करने को तैयार था। और उसकी इसी मेहनत की बदौलत उसने दसवी और बारहवी की परीक्षा बड़े अच्छे नंबर से पास की। और उसके बाद तैयारी में जुट गया।
उसने अपनी पूरी जान पीसीएस की परीक्षा की तैयारी में लगा दी। और उसका एक ही लक्ष्य था कि उसे कुछ बड़ा करना है। और कड़ी मेहनत के बाद उसे सफलता भी मिली, और वो पीसीएस की परिक्षा क्लियर कर गया। पीसीएस परीक्षा क्लियर करने के बाद उसे चकबंधी अधिकारी की नौकरी मिली है। उनकी इस सफलता से उनके घर वाले काफी खुश हैं। और हर जगह उल्लास का माहौल है।