बिना कोचिंग के ही बन गई LLB गोल्ड मेडलिस्ट, कुछ ऐसी है नंदिनी जी की सफलता की कहानी

आज हम बात कर रहे हैं llb में गोल्ड मेडल लाने वाली rjs officer नंदिनी शर्मा जी की जिनके पास एक समय इतने पैसे भी नहीं थे की वो एक कोचिंग में जा पाएं, तो उन्होंने मजबूरी में घर बैठे ही अपने दोस्तों से नोट्स ले कर के पढ़ाई की और अपनी ही पढ़ाई की बदौलत वो llb में गोल्ड मेडलिस्ट बन कर के उभरी। तो आइए चलिए जानते हैं क्या है उनकी ये सफलता की कहानी
नंदिनी जी राजस्थान की रहने वाली है और कई सारे अन्य भारतीयों की तरह ये भी एक मिडिल क्लास साधारण परिवार से आती है जहां उनके घर की सारी जिम्मेदारी उनके पिता ने संभाल रखी थी और उनकी माता जी एक कुशल गृहणी थी और इन दोनो का बस एक ही ख्वाब था की उनकी बेटी अपनी जिंदगी में कुछ बड़ा करे और अपना और अपने घर वालों का नाम पूरी दुनिया में रौशन करे।
नंदिनी जी शुरुआत से ही पढ़ाई में काफी अच्छी थी और इसी कारण से उनको हमेशा ही हर तरफ से लोगों का प्रोत्साहन रहा। उन्होंने जब अपनी आगे की पढ़ाई के लिए लॉ का चयन किया तो उनके पिता ने जैसे तैसे उनका एडमिशन तो करा दिया पर उनके पास इतने पैसे नहीं थे की वो अपनी बेटी को एक कोचिंग में एडमिशन दिला सकें।
पर उनकी बिटिया ने भी हार नहीं मानी और अपने दम पर ही खुद से पढ़ाई कर के वो llb में गोल्ड मेडलिस्ट बन गई और यही आज का समय है जब उन्होंने rfs ऑफिसर बन कर अपना और अपने घर वालों का सार गर्व से ऊंचा कर दिया है। उनकी मेहनत और इस जज्बे को सलाम। हमारे समाज को ऐसी ही महिलाओं की जरूरत है। जो अपनी जिंदगी में कुछ बड़ा करें। और अपने जैसी ही कई और महिलाओं को आगे आने की हिम्मत दे। और उनको अपनी जिंदगी में कुछ बड़ा कर पाने की हिम्मत प्रदान करें। इनकी की मेहनत को सलाम।